बलरामपुर माइनिंग विभाग में लगी आग, शॉट सर्किट या फिर षडयंत्र।कही इसका कारण पिछले तीन सालों में, ज़ारी,सरगुजा संभाग के निर्माण विभागों के लिया रॉयल्टी क्लीयरेंस तो नहीं?

अक्षत यादव

 

The RTI corporation news

_________________

Ambikpur

 

ख़बर बलरामपुर से।

माइनिंग आफिस में लगी आग,

सालों के रिकॉर्ड जले बलरामपुर के।

कलेक्ट्रेट कंपोजिट बिल्डिंग के सिर्फ दो कमरों में आग

 शॉर्ट सर्किट या फिर षडयंत्र ।

 

बलरामपुर। बरसात का मौसम चल रहा है और ऐसे में हर तरफ नमी ही नमी है पन्नों में नमी है कपड़ों में नमी है।

नमी के इस मौसम में शॉर्ट सर्किट होना लाजमी है।

 

बलरामपुर से ऐसी खबर आ रही है कि बलरामपुर माइनिंग विभाग के सिर्फ दो कमरों में आग लगने कुछ ज़रूरी दस्तावेज जलकर नष्ट हो गए।

सुर्खियों में रहा है बलरामपुर का खनिज विभाग

बलरामपुर का खनिज विभाग भी कार्यशैली को लेकर चर्चाओं में रहता है।सूत्रों से ऐसी खबर मिली है कि पिछले 3 सालों में 2021 2022 2023 सरगुजा संभाग के संपूर्ण निर्माण विभागों जशपुर,सूरजपुर अंबिकापुर,कोरिया,मनेंद्रगढ़ सभी निर्माण विभागों के लिए सैकड़ों की संख्या में बलरामपुर माइनिंग विभाग से रॉयल्टी चुकता प्रमाण पत्र जारी किए गए।

सूत्रों से ऐसी खबर मिल रही है कि बलरामपुर में आग लगने का कारण उन दस्तावेज़ को मिटाना भी हो सकता है जिसका संबंध  दुसरे जिले के निर्माण कार्यों के लिए, बलरामपुर माइनिंग से जारी  रॉयल्टी चुकता प्रमाण पत्र से हो सकता है ।

या फिर और कोई कारण हो सकता है।

यह जांच का विषय है?

बिजली के बोर्ड व तार सुरक्षित तो आग कैसे

कलेक्टोरेट के खनिज शाखा में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। सुबह घटना के बाद शाट सर्किट को आग लगने का कारण बताया जा रहा था लेकिन आग पर काबू पाने के बाद जब दोनों कमरों की जांच की गई तो बिजली के तार एवं बोर्ड सुरक्षित दिखे। शाट सर्किट होता तो बिजली के तार व बोर्ड भी जल जाते। लोक निर्माण विभाग विद्युत यांत्रिकी की अनुभाग अधिकारी रीता शाक्य ने कहा कि शाट सर्किट से आग नहीं लगी है।

 

बलरामपुर प्रशासन अब इसकी जांच में जुट गया है।

अब देखना है कि प्रशासन इसमें क्या कार्रवाई करता है यह फिर ठंडा बस्ते में चला जाता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *